किसान सम्मान निधि के तहत सुकमा जिले के 20,977 किसानों के खाते में पहुंचे 4.52 करोड़ रुपए।

किसान सम्मान निधि के तहत सुकमा जिले के 20,977 किसानों के खाते में पहुंचे 4.52 करोड़ रुपए।
प्रधानमंत्री मोदी ने किसान सम्मान निधि की 20 वीं क़िस्त की जारी।
संवाददाता, बालक राम यादव
सुकमा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान सम्मान निधि की 20 वीं क़िस्त की जारी राशि उत्तर प्रदेश के वाराणसी से 02 अगस्त को जारी की। इससे सुकमा जिले के 20,977 हजार किसानों के खाते में 4.52 करोड़ रुपये से अधिक की राशि स्थानांतरित की गई है।
कलेक्ट्रेट देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन तथा मार्गदर्शन में राशि अंतरण कार्यक्रम का सीधा प्रसारण कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि विभाग, सुकमा के सयुंक्त तत्वाधान में कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में किया गया। कार्यक्रम गीता कवासी, जिला पंचायत सदस्या के मुख्य
आतिथ्य में तथा रीना पेददी, उपाध्यक्ष, जनपद पंचायत सुकमा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। जनप्रतिनिधि के रुप में सरपंच मुक्का राम नाग, दिलीप पेददी, कृषि वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्या ममता भारती, इंदर लाल सेठिया, भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष धरम नाग तथा जिले के तीनों विकास खण्डों से किसान मित्रों सहित 347 कृषक उपस्थित थे। उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के साथ ही राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं एवं कृषि विज्ञान केन्द्र से नई-नई तकनीकों का अधिक से अधिक लाभ लेने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में उप संचालक कृषि पी.आर. बघेल ने पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ लेने के लिए किसानों को आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी दी, साथ ही कृषि विभाग द्वारा प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत पंजीयन लगाकर प्रचार-प्रसार किया गया तथा किसानों से जुड़े अन्य विभागीय योजनाओं की जानकारी देकर लाभ लेने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में केंद्र के कृषि वैज्ञानिक आर. पी. कश्यप ने तिलहन समूह अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन हेतु किसानों को सफेद तिल की उन्नत किस्म ‘उन्नत रामा’ की विशेषताओं एवं उत्पादन विधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। बताया गया कि इस वर्ष जिले में कुल 198 हेक्टेयर क्षेत्र में तिलहन अग्रिम पंक्ति समूह प्रदर्शन किए जाने हैं। इसके लिए किसानों का चयन, खेत की तैयारी, बुआई का उपयुक्त समय, बीज की मात्रा, बीज उपचार, जैव एवं रासायनिक खाद का संतुलित उपयोग, साथ ही कीट एवं रोग नियंत्रण की समुचित जानकारी प्रशिक्षण के माध्यम से दी गई। कार्यक्रम में तिलहन एवं रागी उत्पादक किसानों को तिल की उन्नत किस्म ‘उन्नत रामा’ तथा रागी की
उन्नत किस्म ‘सीजी रागी 2’ का बीज वितरण किया गया।
कार्यक्रम मे कृषि से संबंधित सभी विभागों के अधिकारियों के साथ मासिक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के सभी विभागों के अधिकारियों ने भाग लेकर आगामी फसल हेतु चर्चा की और सभी ने अपने अपने विभाग की योजनाओं के बारे में किसानों को विस्तार से बताया। कृषि विभाग से उप संचालक कृषि पी.आर बघेल, सहायक संचालक कृषि डा. जितेश बघेल, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी सुरेश बैक, रोहित सलाम, प्रतिमा धुव्र कोपेशवर गजेंद्र, मंयक देवांगन कृषि विज्ञान केंद्र से वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख एच.एस. तोमर, कृषि वैज्ञानिक राजेंद्र प्रसाद कश्यप, डॉ. परमानंद साहू, डॉ. योगेश कुमार सिदार, डॉ संजय सिंह राठौर, मयूरी ठाकुर, गुलशन वर्मा के साथ साथ केंद्र के कर्मचारी परमेश सिंह शोरी, ज्योतिष कुमार पोटला, ओम प्रकाश, लखमा आदि मौजूद थे। कृषि
विज्ञान केन्द्र के सभी कृषि वैज्ञानिकों ने अपने-अपने विषय से संबंधित आगामी माह की कार्य योजना को विस्तार से प्रस्तुत किया और आये हुए सभी किसानों के द्वारा चाही गई जानकारी को विस्तार से बताया। कार्यक्रम का समापन एवं आभार प्रदर्शन एच. एस. तोमर, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि विज्ञान केंद, सुकमा के द्वारा की
गई।