
चार सुत्रीय मांगे त्वरित पूरी करे नहीं हुई तो बस्तर संभाग में 30 दिसम्बर को चक्का जाम किया जाएगा।
पंचायत चुनाव में पिछड़ा वर्ग समाज के आरक्षण मे कटौती को बहाल करे।
चार सुत्रीय मांगों को लेकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
संवाददाता, बालक राम यादव
सुकमा : जिले के सर्व पिछड़ा वर्ग समाज की ओर से महामहिम राष्ट्रपति के नाम से चार सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है।
इन चार मांगों को लेकर सर्व पिछड़ा वर्ग समाज ने त्वरित कार्रवाई करने को लेकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है।
पंचायती राज अधिनियम के तहत 2024 में आरक्षण को संशोधित करते हुए पिछड़ा वर्ग समाज के लिए निर्धारित 25% को शिथिल करते हुए 50% करने का प्रावधान किया गया है, जो कि बस्तर संभाग संभाग एवं दुर्ग संभाग के मोहला मानपुर एवं बालोद जिला के पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए लगभग शून्य है क्योंकि 50% आरक्षण बस्तर एवं सरगुजा संभाग को नहीं मिल पा रहा है। पंचायत एवं नगरीय क्षेत्रों में सीटों का आरक्षण लागू किया जा रहा है आरक्षण रोस्टर के अवलोकन से स्पष्ट है कि विगत चुनाव के मुकाबले 2024 के आरक्षण रोस्टर में ओबीसी वर्ग के सीटों की संख्या काफी कम हुई है। ऐसा आरक्षण किस आधार पर हुआ है ? इसका भी ज्ञान ओबीसी समुदाय को नहीं हो पा रहा है । आरक्षण व्यवस्था पूर्णत: त्रुटिपूर्ण है जिसका सुधार किया जाना अति आवश्यक है।
बस्तर संभाग के अलावा मानपुर एवं बालोद जिला में निवासरत पिछड़ा वर्ग समाज के अधिकारों के साथ पूरी तरह से खिलवाड़/छलावा है, जिसके फलस्वरूप ग्राम पंचायत, नगर पंचायत, नगर पालिका एवं नगर निगमों में पिछड़ा वर्ग समाज के सीटों में कटौती करते हुए अनारक्षित किया गया है, महोदय जी अवगत हो कि शासन के उक्त निर्णय से पूरा पिछड़ा वर्ग समुदाय नाराज एवं आक्रोशित है।
यथाशीघ्र पुनर्विचार करते हुए अनारक्षित सीटों में की गई बढ़ोतरी को कम करते हुए पिछड़ा वर्ग समाज के सीटों को आरक्षित करने की मांग की जा रही है।
यह कि दंतेवाड़ा जिला के जिला कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दंतेवाड़ा जयंत नाहटा को जिले से तत्काल प्रभाव से हटाया जाये ।
दोनों अधिकारियों के द्वारा अत्यंत लोक न्यूसेंस उत्पन्न किया जा रहा है। दंतेवाड़ा पिछड़ा वर्ग समाज के प्रतिनिधियों के साथ एवं आम लोगों के साथ उन दोनों के द्वारा किए जा रहे बर्ताव, कार्य शैली एवं व्यवहार से पिछड़ा वर्ग समाज के साथ-साथ अन्य समाज प्रमुख ही नहीं आमजन भी क्षुब्द एवं आक्रोशित हैं। उक्त दोनों अधिकारियों का स्थानांतरण अन्यत्र किया जाए । इस संबंध में आयुक्त, बस्तर संभाग को 5 दिसंबर 2024 को ज्ञापन के माध्यम से विस्तृत रूप से अवगत भी कराया गया था, दरअसल आज पर्यंत दोनों अधिकारियों को नहीं हटाया गया है।
स्वर्गीय आशकरण पटेल ग्राम कलगांव तहसील अंतागढ़ ,जिला कांकेर का पिछड़ा वर्ग समाज के द्वारा अपनी मांगों को के लिए राजाराव पठार में किए जा रहे आंदोलन के दौरान 13 सितंबर 2023 को आकस्मिक मृत्यु हुई है, यह घटना उसके परिवार के लिए किसी वज्रपात से कम नहीं है अतः स्वर्गीय आशकरण पटेल के परिवार को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए।
यह की कुमारी वीणा गजेंद्र पिता पुरुषोत्तम गजेंद्र ग्राम /तहसील चारामा जिला कांकेर का एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से 26 नवंबर 2024 को मौत हुई है, उक्त संबंध में समाज के द्वारा बस्तर संभाग के सभी जिलों से ज्ञापन के माध्यम से शासन प्रशासन को अवगत कराते हुए एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल के इस लापरवाही की न्यायिक जांच करते हुए दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी दरअसल आज पर्यंत किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है।
जिसको लेकर सात दिवस के भीतर उपरोक्त चार सूत्रीय मांगों पर गंभीरता से विचार करते हुए तत्काल कार्रवाई करने की मांग की जा रही है।
अन्यथा 30 दिसंबर 2024 को बस्तर संभाग के समस्त जिला मुख्यालयों में छत्तीसगढ़ सर्व पिछड़ा वर्ग समाज बस्तर संभाग के नेतृत्व में महाबंद एवं चक्का जाम का आयोजन किया जाएगा, जिसकी संपूर्ण जवाबदेही शासन -प्रशासन की होगी।
इस दौरान इनकी मौजूदगी रही है।
छत्तीसगढ़ सर्व पिछड़ा वर्ग समाज जिला अध्यक्ष धनीराम यादव जी, युव-प्रकोष्ठ व कुम्हार समाज अध्यक्ष तुलसी राम नाग, एवं जितेंद्र यादव, लक्ष्मण नायक, मुन्ना नाग, आयतु राम यादव, लक्षिण पाण्डेय, इंदर पाण्डेय पिछड़ा वर्ग के समाज प्रमुखो के द्वारा मौजूद रहे हैं।
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