
एक महिला नक्सली समेत तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।
संवाददाता : बालक राम यादव
सुकमा : जिले के क्षेत्रान्तर्गत नक्सल संगठन में सक्रिय 01 महिला सहित 03 नक्सलियों के द्वारा किया गया आत्मसमर्पण।
महिला नक्सली पर छ0ग0 शासन द्वारा पद के अनुरूप 02 लाख रूपये का ईनाम घोषित है।
छत्तीसगढ़ शासन की ”छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से आत्मसमर्पण किया गया।
महिला नक्सली को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित कराने में डीआईजी ऑफिस एवं आरएफटी सुकमा तथा शेष नक्सलियों को समर्पण के लिए प्रोत्साहित जिला बल एवं डीआरजी कार्मिकों की विशेष भूमिका रही है।
जिला सुकमा में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अति-संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में 01 महिला सहित 03 नक्सलियों की आत्मसमर्पण।
इन नक्सलियों की आत्मसमर्पण
कुमारी सोड़ी मुके पिता स्व. हिड़मा (कोंटा एरिया कमेटी अंतर्गत केएमएस उपाध्यक्षा ईनामी 02 लाख) उम्र लगभग 30 वर्ष जाति मुरिया निवासी अरलमपल्ली थाना पोलमपल्ली जिला सुकमा
माड़वी कोसा पिता माड़वा बोसी (अरलमपल्ली पंचायत डीएकेएमएस सदस्य) उम्र लगभग 55 वर्ष जाति मुरिया निवासी अरलमपल्ली थाना पोलमपल्ली जिला सुकमा,
मड़कम देवा पिता स्व. मड़कम गंगा (पूवर्ती आरपीसी मिलिशिया सदस्य) उम्र लगभग 33 वर्ष जाति मुरिया निवासी पूवर्ती मड़कमपारा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा द्वारा नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा मे जुड़ने के उद्देश्य से 29 नवंबर 2024 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला सुकमा में निरीक्षक रोशन सिंह राजपूत, प्रभारी नक्सल सेल सुकमा एवं उप निरीक्षक सरजीत आलम, डीआईजी ऑफिस सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया। महिला नक्सली सोड़ी मुके अनिता को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित कराने में डीआईजी ऑफिस सुकमा आरएफटी टीम, नक्सली माड़वी कोसा पिता माड़का को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में थाना पोलमपल्ली पुलिस बल तथा नक्सली मड़कम देवा पिता स्व. गंगा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में डीआरजी किलो कार्मिकों की रही है विशेष भूमिका।
उपरोक्त सभी सदस्यों प्रतिबंधित नक्सल संगठन में जुड़कर विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी कर हमला करना, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गों पर स्पाईक/बम लगाना, मुख्य मार्गों को खोदकर मार्ग अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध बेनर, नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाने एवं अन्य घटनाओं में शामिल रहे है।
इसके अतिरिक्त आत्मसमर्पित नक्सली माड़वी कोसा पिता माड़का उर्फ बोसी के विरूद्व थाना पोमलपल्ली में अपराध क्रमांक 03/2016 धारा 147, 148, 149, 307 भादवि, 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध है।
सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदान किया जायेंगे।