चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में आक्रोश, झमाझम बारिश के बीच चक्का जाम कर आवाजाही बाधित रही।

चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में आक्रोश, झमाझम बारिश के बीच चक्का जाम कर आवाजाही बाधित रही।
संवाददाता, बालक राम यादव
सुकमा : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के बाद राज्य की सियासत तेज हो गई है।
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के 33 जिले में चक्का जाम नाकेबंदी आंदोलन की गई।
ईडी की कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस ने मंगलवार को प्रदेशव्यापी चक्काजाम कर आर्थिक नाकेबंदी की। इस आंदोलन में कांग्रेस के सभी सीनियर नेता शामिल हुए।
वहीं अतिसंवेदनशील जिले कहा जाने वाला सुकमा में भी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने दंतेवाड़ा, जगदलपुर चौक में आज दिन भर झमाझम बारिश होने के बाद भी
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नेशनल हाइवे को 12 बजे से दोपहर 2 बजे तक चक्का जाम किया।
चक्का जाम कर आवाजाही बाधित कर दी गई।
कार्यकर्ताओं ने जमकर की नारेबाजी।
प्रदेश सचिव दुर्गेश राय ने कहा कि ईडी की कार्रवाई को बदले की भावना बताया।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में जंगल और खनिज संपदा की खुलकर लूट हो रही है, जिसमें पूंजीपतियों को छूट दी जा रही है। इससे राज्य को आर्थिक नुकसान और पर्यावरणीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। हसदेव और तमनार क्षेत्र के जंगलों की कटाई के विरोध में पहले से ही आंदोलन चल रहे हैं।
कांग्रेसियों ने ईडी और बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।