
जिले में अवैध तेंदूपत्ता खरीदी धड़ल्ले से चल रही, कारोबारियों पर कोई कार्रवाई नहीं।
संवाददाता, बालक राम यादव
सुकमा : जिले में अवैध रूप से तेंदूपत्ता की खरीदारी भरमार चल रही है।
आपको बता दें कि इस वर्ष 2024-25 में छत्तीसगढ़ सरकार ने तेंदूपत्ता यानी बस्तर की हरी सोना को ठेकेदारी प्रथा को बंद करते हुए सरकार ने ही हरे सोना की खरीदी की गई दरअसल मौसम की मार के चलते सरकार ने 2-3 दिन ही खरीदी कर बंद कर दी गई।
लेकिन तेंदूपत्ता संग्राहकों की तेंदूपत्ता उनके पास भारी संख्या में हरे सोना की बचत हो गई जिसके चलते अवैध तेंदूपत्ता खरीदी करने वाले दल्लों की हौसला बुलंद हो गई जहां संग्राहकों से कम दर में तेंदूपत्ता खरीदी कर पड़ोसी राज्य आन्द्रप्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा, तेंदूपत्ता को परिवहन कर अवैध कारोबारियों ने सरकार की राजस्व को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं।
उधर अगर बात करें फारेस्ट विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।
प्रदेश सचिव दुर्गेश राय ने वन मंडल अधिकारी को लिखित आवेदन पत्र में उन्होंने ने लिखा है कि कोण्टा एवं दोरनापाल क्षेत्र अंतर्गत अवैध रूप से तेंदुपत्ता फड़ इन जगहों पर संचालित किया जा रहा है, मनीकोण्टा,
बोड़ेगुड्डा, गमापाड़, बुरदागुडा, नेड्रा आदि जगह मे अवैध फड़ लगाकर लाखो रूपये का नुकसान सरकार का किया जा रहा एवं पूरा तेंदु पत्ता अनलिगल
तरीका से पडोसी राज्य ओड़िसा ले जाया जा रहा है जिससे छत्तीसगढ़ सरकार का राजस्व मे नुकसान हो रहा है।
अधिकारी को लिखित आवेदन में अवगत करते हुए कहा है कि ऐसे अवैध कारोबारियों पर शिकंजा कसते हुए त्वरित कार्रवाई किया जाना चाहिए।
देखना होगा कि आवेदन अवगत के बाद अधिकारियों द्वारा अवैध तेंदूपत्ता कारोबारियों पर कार्रवाई करते हैं या नहीं।
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