
माओवादी नेता सचिव गंगा ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि 12 नहीं 18 नक्सली मारे जाने की जिक्र किया गया।
संवाददाता, बालक राम यादव
सुकमा : जिले के दक्षिण डिविजन कमेंटी के सचिव गंगा ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि बीजापुर जिला उसूर थाना अंतर्गत 16 जनवरी को पुजारी कांकेर गांव में हुए सरकारी हत्याकांड और निहत्थे गांव वालों
के ऊपर मिसाइल से हमले करने का आरोप पुलिस पर लगाया गया है। गंगा ने इन नक्सलियों को मारने की बात कही गई है
कामरेड दामोदर (एस सी एम), हुंगी (पीपीसीएम), देवे (पीपीसीएम), जोगा (पीपीसीएम), नरसिंह राव (पीपीसीएम)
और भाकपा माओवादी के हमारे अन्य साथी अमर रहें की नारे लिखी गई है।
पिछले दिनों बीजापुर जिले के पुजारी कांकेर क्षेत्र में राज्य और केंद्र की सरकार और सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन” के नाम पर क्रूर और अमानवीय दमनकारी अभियान चलाया। इस अभियान का असली उद्देश्य पूंजीवादी
राज्यसत्ता के इशारे पर बस्तर की प्राकृतिक संपदाओं की लूटने की आरोप लगाई जा रही है।
आदिवासियों को उनकी जमीन-
जंगल से उजाड़ना है ।
इस अभियान में हमारे संगठन ने 18 बहादुर साथियों को खो दिया। इन वीरों ने अंतिम सांस तक पूंजीवादी लूट और
शोषण के खिलाफ संघर्ष किया। विशेष रूप से कामरेड बड़े चोखा राव (दामोदर दादा) ने बहादुरी का प्रदर्शन किया
और लड़ते हुए शहीद हो गए। उनकी मृत्यु से संगठन को अपूरणीय क्षति हुई है, लेकिन उनकी क्रांतिकारी विरासत
हजारों नए साथियों को प्रेरित करेगी।
हमारी जवाबी कार्रवाई में पोर्स के लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ने की जिक्र किया गया है।
जिसमें जवान 5 शहिद और कई दर्जन गंभीर रूप से घायल हुए जिसका जिक्र गंगा ने प्रेस नोट में कहा है। फोर्स ने अपनी असफलता छिपाने के लिए निर्दोष ग्रामीणों पर अत्याचार किया। कई मासूम
ग्रामीणों को जबरन जंगलों से खींचकर ले जाया गया और उनको मारा पीटा। कई ग्रामीणों को नक्सली बता कर फोर्स
वाले अपने साथ भी ले गए हैं। यहां तक कि अपनी नाकामी छुपाने के लिए मोटरसाइकिलों और ट्रैक्टरों को आग लगा
दिया । इस “ऑपरेशन” में 5000 से अधिक हिंदुत्ववादी सैनिक दंतेवाड़ा उप महानिरीक्षक कमलोशन
कश्यप और बीजापुर एस पी जितेंद्र यादव के नेतृत्व में, अत्याधुनिक हथियारों से लैस होकर, हमारे साथियों के खिलाफ उतरे।