बस्तर समय खबर : पानी टंकी 3 सालों से अधर में लटकी हुई है, पीएचई विभाग को जानकारी नहीं, ठेकेदार अधर में छोड़ दी।

पानी टंकी 3 सालों से अधर में लटकी हुई है, पीएचई विभाग को जानकारी नहीं, ठेकेदार अधर में छोड़ दी।
सुकमा संवाददाता
सुकमा,(कोटा) जिले के ब्लॉक मुख्यालय से 5 किमी दूर मुरलीगुड़ा गांव में जल जीवन
मिशन योजना के तहत स्वीकृत
पानी टंकी का काम 3 साल से
अधर मे लटकी हुई है। टंकी के लिए चार कॉलम खड़ा करने के बाद ठेकेदार ने काम रोक दिया है। जिम्मेदार विभाग भी काम पूरा करवाने को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है।
गांव के लोगों में पीएचई विभाग को लेकर भारी आक्रोश है। उनका कहना है.कि विभाग के अफसर ही यहां झांकने नहीं आते हैं और न ही ठेकेदार 3 सालों से लोगों को पानी टंकी
पूर्ण होने का इंतजार है, ताकि लोगों के घरों तक पानी मिल सके, दरअसल विभाग और ठेकेदार की लेटलतीफी के कारण लोगों को सरकार की योजना का फायदा नहीं
मिल पा रहा है।
कोटा ब्लॉक के मुरलीगुड़ा में
साल 2021 में जल जीवन मिशन टंकी के लिए केवल 4 कॉलम बनाकर ठेकेदार ने कर दिया काम बंद।
योजना के तहत पानी टंकी निर्माण और पाइपलाइन विस्तार के लिए 48.55 लाख रुपए की मंजूरी मिली थी। ठेकेदार शेख मोहताज हुसैन को काम का ठेका दिया काम पूरा करने फरवरी 2024 तक की समयावधि दी गई थी। ठेकेदार ने काम तो शुरू किया, लेकिन पूरा नहीं किया। चार कॉलम खड़ा करने के बाद ओवरहेड टैंक का निर्माण ही नहीं किया। ग्रामीण कट्टम तम्मैया ने बताया कि गांव में शुद्ध पानी की समस्या खत्म होने को उम्मीद थी,लेकिन विभाग की कार्यशैली से लगता है कि अभी और इंतजार करना पड़ेगा उन्होंने बताया कि
बंडा पंचायत के मुरलीगुड़ा गांव में 30 मकान हैं। कुछ घरों में स्टैंड पोस्ट का निर्माण किया है। पानी टंकी पूर्ण नहीं होने की वजह से घरों तक पानी नहीं पहुंचा सका है।
पानी टंकी अधर में लटकी हुई है जिसकी जानकारी नहीं – ईई पीएचई अधिकारी
विनोद कुमार पीएचई अधिकारी ने बताया कि पानी टंकी अधूरी होने की जानकारी नहीं थी। मामले के जानकारी लेकर ठेकेदार को नोटिस जारी किया जाएगा। काम जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।