सुकमा : 8-9 महिना बाद भी तेंदुपत्ता उलटई पलटल का राशि भुगतान नहीं, यहां के ग्रामीणों को मुफ्त में मिलने वाली राशन से वांचित।

सुकमा : 8-9 महिना बाद भी तेंदुपत्ता उलटई पलटल का राशि भुगतान नहीं, यहां के ग्रामीणों को मुफ्त में मिलने वाली राशन से वांचित।
संवाददाता, सुकमा बालक राम यादव
सुकमा (कोंटा) बस्तर समय : जिले के विकासखंड कोंटा के अतिसंवेदनशील क्षेत्र ग्राम पंचायत गंगलेर व आस पास के ग्रामीणों से मिलने पहुंचे पूर्व विधायक मनीष कुंजाम, एआईएफएफ प्रदेश अध्यक्ष महेश कुंजाम, उपाध्यक्ष उमेश मरकाम, हिड़मा माड़वी, इरफान खान क्षेत्र के ग्रामीणो की समस्याओ को जाना।
गंगलेर मे उचित मूल्य दुकान बनकर तीन साल हो गया राशन अब तक नही पहुंचा, बिजली, सड़क, आश्रम नहीं
कोन्टा ब्लाॅक के नक्सल प्रभावित क्षेत्र मराईगुड़ा (वन) के अन्तर्गत ग्राम पंचायत गंगलेर में शासकीय उचित मूल्य राशन दुकान बनकर तीन साल हो गया अब तक राशन यह उपलब्ध नही है, गंगलेर पंचायत के ग्रामीणों ने कहा कि तीन वर्ष हो गया है शासकीय उचित मूल्य राशन दुकान बनकर भवन जंगल झाड़ी बन गया है चारो ओर। अब तक राशन यहा पर उपलब्ध नही कराया जा रहा है, अभी भी मराईगुड़ा में चावल रखा जाता है, गंगलेर से मराईगुड़ा की दूरी 15 से 18 किलोमीटर है ,गंगलेर से चावल लाने जाने आने के लिए कापी दूरी होने के कारण कई लोग समय पर राशन नही ला पाते है, इसलिए ग्रामवासी परेशान है, राशन दुकान तो बनाया गया लेकिन राशन उपलब्ध नही कराया जा रहा है, राशन दुकान की भवन बनकर पुराना हो रहा है लेकिन चावल नही पहुंच रहा है ,इधर पंचायत के अन्तर्गत कोई सड़क, बिजली भी उपलब्ध नही है,कई परिवारो को वनाधिकार पट्टा भी नही मिला है, किसान धान का फसल सरकारी मंडी मे बेच नही पा रहे है।
ग्रामीण ने यह भी मांग किया कि गंगलेर का बालक आश्रम वर्तमान में मराईगुड़ा में संचालित हो रहा है, बालक आश्रम को गंगलेर मे ही वापस लाने की मांग किया गया, ग्रामीण ने कहा कि आश्रम बनाने के लिए भूमि भी सुरक्षित रखा गया है फिर भी नही लाया जा रहा है, इस क्षेत्र के बच्चे कई वर्षो से पढ़ाई से वंचित हो रहे है। गांव मे आश्रम संचालित होगा तो अधिक से अधिक बच्चे पढ़ सकेंगे इसलिए गांव मे आश्रम जरूरी बताया गया।
गोलापल्ली तथा किस्टाराम समिति के अन्तर्गत फड़ो में काम करने वाले मजदूरो का मजदूरी अब तक नही मिला है । फड़मुशी से लेकर ऊल्टाई – पल्टाई का कार्य किये लोगो का पैसा अब तक नही मिला है मामला गंभीर है। इस अवसर ग्रामीण उईका शंकर, सुन्नाम नागेश, उर्रा कुंजाम, पायम पुल्ला, चलपत्री कुंजाम, देवा, हिड़मा मड़कम सहित ग्रामवासी उपस्थित रहे।